एक अजीब सी कशमकश है सीने में ।।
जितना तुझसे दूर जा रहा हूँ उतना ही तेरे करीब आ रहा हूँ ।।
तेरी कमी का आज मुझे एहसास हुआ ।।
दिल की धड़कनों ने आज तेरा नाम लिया ।।
सोच रहा हूँ कि कह दूं कि कितनी मोह्हबत है तुझसे ।।
अब तेरी जुदाई न सही जाएगी मुझसे ।।
पर डरता हूँ इज़हार ए इश्क़ करने से ।।
कहीं खो न दूं तुझे अपने दिल की बात कह के ।।
कब तू मेरे इतने करीब आ गयी पता भी न चला ।।
तुझसे दूर जाने के बाद मुझे भी इस बात का पता चला ।।
पता तो चल गया पर बता नहीं सकता तुझे ।।
क्योंकि तेरी आँखों में कोई और है इस बात का पता है मुझे ।।
न करूँगा ऐसी कोई भी नादानी जिसकी कीमत तुझे खो कर चुकानी पड़े ।।
बन्द कर लुंगा अपनी जुबान भूल जाऊंगा सब कुछ भले ही मुझे एक तरफा प्यार के साथ जीना पड़े ।।
क्योंकि तेरा प्यार और तेरी परवाह तो मुझे वैसे भी मिल रही है
जो मिल रहा मैं उस ही में खुश हूं तू कीमती है मेरे लिए इसीलिए तो चुप हूं ।।
हां इसीलिए अबतक मैं चुप हूँ ।।
एक अजीब सी कशमकश है सीने में ।।
जितना तुझसे दूर जा रहा हूँ उतना ही तेरे करीब आ रहा हूँ ।।
कृप्या कमेंट बॉक्स में अपनी टिप्पणी देकर सुझाव दें।