Friday, 23 March 2018

अन्ना का अनशन पार्ट-2

#Anna_Hazare

क्या एक और केजरीवाल का जन्म होने वाला है जो अन्ना के आड़ में अपने राजनीतिक करियर की शुरूआत करेगा। इससे पहले अन्ना ने अपनी इस लड़ाई में कई गुमनाम चेहरों को शामिल किया था जो आज देश में एक पहचान बनाए बैठे हैं। अन्ना और देश की जनता का तो सपना धरा का धरा रह गया लेकिन उनके पीछे पीछे चलने वाले लोग आज सिसायत कर रहे हैं।



दिल्ली के राम लीला मैदान में एक बार फिर समाजसेवी अन्ना हजारे अनिश्चितकाल अनशन पर बैठे हैं और अपनी पुरानी लड़ाई की एक बार फिर से शुरूआत कर रहे हैं। लेकिन क्या उनका लिया हुआ ये फैसला सही साबित होगा? क्या उनकी इन मांगो को सरकार गंभीरता से लेगी और सबसे बड़ी बीत क्या जनता उनकी इस लड़ाई में उनके साथ खड़ी होगी ?

तमाम सवाल आकर सामने खड़े हो गए हैं। सुबह से मैं फेसबुक और ट्वीटर पर तमाम पोस्ट देख चुका जिसमें यही सवाल पूछे जा रहे हैं कि इस बार कौन सा नया चेहरा मार्केट में आने वाला है और कहीं न कहीं जनता का ये पूछना लाजिमी भी है। क्योंकि पिछली बार जिन वादों और जोश के साथ अन्ना की ये टीम जमीन पर उतरी थी और उसमें से एक देवता प्रकट हुआ था उसे देख कर तो यही लग रहा था कि बस भईया आ गया नायक फिल्म अनिल कपूर। लेकिन वक्त बीतते बीतते कब अनिल कपूर अमरीश पूरी में बदल गया पता ही चला।


Thursday, 22 March 2018

World Water Day- नहीं बचेगा पानी




यही तो खास बात है हमारे भारत देश की यहां छोटी से छोटी और बड़ी से बड़ी चीज को लेकर बड़ी धूमधाम से जश्न मनाया जाता है फिर चाहे वो कोई भी दिन क्यो न हो। जैसे उदाहरण के रूप में ले लिया जाए तो Women's Day, Children's Day, Environement Day आदि।

लेकिन इन सब को मनाने से क्या लाभ हुआ ये मुझे आज तक पता नहीं चल पाया। आज पूरा विश्व World Water Day मना रहा है तो मेैंने सोचा क्यों न थोड़ी रिसर्च कर ली जाए और पता लगाया जाए कि पानी को लेकर विशेष तौर पर भारत में क्या स्थिति है।

लेकिन दोस्तों अपना ये लेख शुरू करने से पहले मैं आपको दिल्ली के यमुना बैंक की कुछ तस्वीरें दिखाना चाहता हूं उसके बाद हम आंकड़ों पर भी नजर डालेंगे...




ये थी हमारी राजधानी दिल्ली के यमुना नदी की तस्वीरें जहां के ये हालात हैं। खैर ये तो सरकार पर आरोप मड़ने वाली बातें थी। लेकिन मेरे इस लेख का मकसद से नहीं है। मैं तो बस आप लोगों की आंखे खोलना चाहता हूं।  क्या आपको पता है आने वाले समय में हमें पानी को लेकर किन किन समस्याओं का सामना करमना पड़ सकता है ?

नहीं...

सबसे पहले चीज की आने वाले 30 सालों में भारत में 50 से 70 प्रतिशत और पानी की जरूरत पड़ने वाली है। अगर वर्तमान समय पर नजर डालें तो भारत में 1100 बिलियन क्यूबिक मीटर प्रतिवर्ष पानी की जरूरत है। वहीं आने वाले 2050 तक ये बढ़कर 1447 बिलियन क्यूबिक मीटर हो जाएगी। अब यहां पर समझने की जरूरत है कि जब हम 1100 बिलियन क्यूबिक मीटर लाने में ही असमर्थ हैं तो फिर  1447 बिलियन क्यूबिक मीटर कहां से ला पाएंगे।

वहीं Asian Development Bank के हिसाब से 2030 तक पानी को लेकर 50 प्रतिशत तक की कमी आने वाली है जिसका मतलब ये है कि अगर हम अब भी नहीं सुधरे तो आने वाली पीढ़ी के लिए ये बड़ी ही मुश्किलें पैदा कर सकती है। हमें ये समझने की जरूरत है कि सिर्फ फेसबुक पर बड़ी बड़ी बातें करने से और सरकार को दोष देने से कुछ नहीं होने वाला है जब तक हम खुद व्यक्तिगत रूप से इसपर अमल नहीं करते हैं।

धन्यवाद...

Happy World Water Day